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Reason of Male Infertility in Hindi: पुरुष निःसंतानता के क्या कारण हैं?

एक रिसर्च के मुताबिक लगभग 7 में से 1 दंपती बांझपन का शिकार होती है। इसका अर्थ यह है कि एक वर्ष या उससे अधिक समय से लगातार कोशिश करने के बाद भी गर्भधारण करने में असफलता मिले रही है। जिनमें से आधे मामलों में पुरुष इन्फर्टिलिटी जिम्मेदार होती है। पुरूष में बांझपन के लिए की कारण (Reason of Male Infertility in Hindi) जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे कि स्पर्म का कम प्रोडक्शन, स्पर्म के कार्य में कमी या फिर स्पर्म के वितरण में रूकावट इत्यादि।

कुछ बीमारियां, चोटें, पुरानी स्वास्थ्य समस्या, लाइफस्टाइल जैसे कारक पुरुष बांझपन (Male Infertility in Hindi) की वजह हो सकते हैं। गर्भधारण करने में अमर्थता निराशाजनक हो सकती है लेकिन पुरुष बांझपन के लिए कई उपचार भी उपलब्ध है।

 पुरुष बांझपन क्या है? (Male Infertility in Hindi)

In this Article

बांझपन सिर्फ पुरुष के लिए हीं नहीं महिला के लिए भी चिंता का कारण बन सकता है। पुरुष बांझपन (Male Infertility) एक ऐसी स्थिति हैं जिससे कई पुरूषों को गुजरना पड़ सकता है, जो कि महिला को गर्भवती बनाने की क्षमता को प्रभावित करती है। इससे व्यक्ति संतान पैदा करने में असमर्थ हो जाता है।

पुरुष बांझपन का सामान्य अर्थ यह है कि उसकी प्रजनन प्रणाली में कोई समस्या है, जिसकी वजह से वह अपनी पत्नी को गर्भवती बनाने में असमर्थ हैं। आज के समय में कई शादीशुदा जोड़े बांझपन की समस्या से जुझ रहे हैं। हालांकि आज के समय में इसका उपचार भी संभव है।

पुरुष बांझपन का कारण (Reason of Male Infertility in Hindi)

पुरुषों में बांझपन के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जो उनकी प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डालते हैं। यहां कुछ सामान्य कारण हमने दिए हैं:

1. संक्रमण (Infections)

किसी भी तरह के संक्रमण का प्रभाव शुक्राणु के उत्पादन और स्वास्थ्य पर पड़ता है। एपिडीडिमिस, अंडकोष की सुजन, गोनोरिया या एचआईवी जैसे संक्रमण की स्थिति में पुरुष को इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।

2. स्खलन की समस्या (Ejaculation Issues)

सामान्य रूप से वीर्य लिंग की नोक से बहार निकलता है लेकिन जब बाहर निकलने के बजाय मूत्राशय में प्रवेश करता है तो उसे रैट्रोग्रेड इजेकुलेशन कहते हैं। डायाबिटीस, प्रोस्टेट या मूत्राशय मार्ग की सर्जरी, रीढ़ की हड्डी में चोट जैसे कारणों की वजह से यह स्थिति पैदा होती है।

3. वैरिकोसील (Varicocele)

इसकी वजह से स्पर्म मोटिलिटी और क्वालिटी कम हो जाती है। वैरिकोसील नसों की सूजन है जो अंडकोष को सूखा देती है।

4. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)

हार्मोनल असंतुलन, ट्यूमर या अवरोही अंडकोष की स्थिति भी पुरुषों में बांझपन के कारण हो सकती है।

5. एक्स-रे और अन्य पर्यावरणीय प्रभाव

कभी कभी एक्स-रे के संपर्क में आने से भी शुक्राणु के उत्पादन पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा अस्त-व्यस्त जीवनशैली, शराब, धुम्रपान, नशीली दवाओं के सेवन की वजह से भी इनफर्टिलिटी हो सकती है।

पुरुष बांझपन का लक्षण (Symptoms of Male Infertility in Hindi)

पुरुष बांझपन के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। निम्नलिखित संकेत दिखने पर तुरंत हीं डॉक्टर से संपर्क करें और उसका सहीं निदान करने पर इसे ठीक किया जा सकता है।‌

  • असुरक्षित यौन संबंध के बावजूद गर्भधारण करने में असमर्थता
  • यौन संबंध के दौरान स्खलन में समस्या होना, यौन इच्छा में कमी होना
  • टेस्टोस्टेरोन का स्तर असंतुलित हो जाना
  • बार बार सांस से संबंधित संक्रमण होना
  • शीघ्रपतन या रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन
  • टेस्टिस क्षेत्र में दर्द या सूजन
  • चेहरे और शरीर पर बालों की वृद्धि में कमी आना
  • गर्भधारण करने के लिए स्पर्म की अधिक मात्रा और अच्छी क्वालिटी होना जरूरी है। स्पर्म काउंट और क्वालिटी कम होना बांझपन का संकेत हो सकता है।
  • हार्मोनल असंतुलन
  • असामान्य स्तन वृद्धि
  • सूंघने में असमर्थता

पुरुष बांझपन का निदान (Diagnosis of Male infertility in Hindi)

गर्भधारण करने में असफल मिलने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। पुरुष बांझपन के कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जांच या टेस्ट के लिए कह सकते हैं।

1. सामान्य परीक्षण (General test)

कई मामलों में अनुवांशिक स्थिति, बीमारी जैसे कारण प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं  ऐसे में डॉक्टर आपसे प्यूबर्टी के दौरान आपकी आदतों के बारे में पूछ सकते हैं।

2. वीर्य की जांच (Semen Analysis)

यह सबसे सामान्य और महत्वपूर्ण परीक्षण है। इसमें कंटेनर में इजैकुलेशन के द्वारा वीर्य का सैंपल लिया जाता है। इस सैंपल का विश्लेषण किया जाता है ताकि शुक्राणु की संख्या और क्वालिटी का मूल्यांकन किया जा सके।

3. स्क्रोटल अल्ट्रासाउंड (Scrotal Ultrasound)

अंडकोष की समस्या का पता लगाने के लिए स्क्रोटल अल्ट्रासाउंड के लिए कहा जाता है। इसमें हाई-फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड भी किया जा सकता है।

4. हार्मोनल टेस्टिंग (Hormonal Testing)

यौन विकास और स्पर्म के उत्पादन के लिए हार्मोन जरूरी होता है। टेस्टोस्टेरोन और हार्मोन की जांच के लिए ब्लड टेस्ट किया जा सकता है।

पुरुष बांझपन का उपचार (Treatment of Male in fertility in Hindi)

पुरुष बांझपन का उपचार उसकी वजह पर निर्भर करता है। डॉक्टर निम्नलिखित उपचार विकल्पों की सिफारिश कर सकते हैं:

1. संक्रमण का उपचार (Treatment for Infections)

अगर संक्रमण की वजह से बांझपन की स्थिति हो तो डॉक्टर एंटीबायोटिक या अन्य उपचार देने की सलाह दे सकते हैं ताकि संक्रमण को ठीक किया जा सके।

2. हार्मोनल असंतुलन का उपचार (Treatment for Hormonal Imbalance)

हार्मोन असंतुलन की स्थिति में डॉक्टर हार्मोन संतुलित करने के लिए अतिरिक्त इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दवाएं भी दे सकते हैं।

3. IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन)

पुरुष बांझपन के बावजूद भी गर्भधारण करना हो तो ऐसी स्थिति में महिला के अंडाशय से अंडों को निकालकर लैब में पुरुष के स्पर्म के साथ फर्टिलाइज कर महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया को IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) कहा जाता है। ( और पढ़े :  IVF प्रक्रिया और सफलता के उपाय )

4. IUI (इंट्रा यूटेराइन इनसेमिनेशन)

IVF की तरह, IUI (इंट्रा यूटेराइन इनसेमिनेशन) भी एक विकल्प हो सकता है। इसमें पुरुष के स्पर्म को लैब में तैयार कर महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। ( और पढ़े : IUI प्रक्रिया के फायदे और सफलता दर )

इन उपचारों के माध्यम से, पुरुष बांझपन के कारणों का निदान कर सही उपचार किया जा सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ाई जा सकती हैं।

पुरुष बांझपन से बचने के तरीके

पुरुष बांझपन से बचने के लिए कुछ प्रभावी उपाय हैं

1. स्वस्थ आहार अपनाएं (Healthy Diet)

जिन पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी होती है उन्हें डायट में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए। इसके अलावा वसा युक्त मछली, अनार का जूस, नट्स, फल और सब्जियां और ऑइस्टर को शामिल करें। ओमेगा थ्री फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर से भरपूर आहार को शामिल करें।

2. नींद का ध्यान रखें (Get Adequate Sleep)

हर रोज कम से कम 8-10 घंटे की नींद लें। अच्छी नींद से तनाव कम होता है।

3. कपड़ों का चयन (Avoid Tight Clothing)

टाइट कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि इससे अंडकोष के तापमान में वृद्धि हो सकती है, जो शुक्राणु उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।

पुरुष निःसंतानता के लक्षणों पर डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

पुरुष बांझपन से जुड़े संकेत दिखने पर तुरंत हीं डॉक्टर से मिलना चाहिए।

  • एक साल से बिना गर्भनिरोधक दवाएं या साधन का इस्तेमाल किए संबंध बनाने के बाद भी पत्नी गर्भधारण न कर पाए
  • टेस्टिस क्षेत्र में दर्द, सूजन या गांठ जैसा महसूस होना
  • किसी एक साथी की उम्र 35 से ज्यादा हो
  • लिंग या अंडकोष की सर्जरी
  • प्रोस्टेट से जुड़ी कोई बीमारी हो
  • सेक्स ड्राइव में कमी आना

निष्कर्ष

आजकल की अस्त व्यस्त भरी जीवनशैली कई बीमारियों का कारण बनी हुई है। जिसमें से एक समस्या है पुरुष बांझपन। एक रिसर्च के मुताबिक, दुनिया भर में 20-40 प्रतिशत पुरुष बांझपन (Male Infertility in Hindi) की समस्या से गुजर रहे हैं। एक साल से ज्यादा समय तक असुरक्षित यौन संबंध के बावजूद भी अगर गर्भधारण करने में सफलता न मिले तो उसकी एक वजह बांझपन हो सकता है।

अगर आप भी पुरुष बांझपन से जूझ रहे हैं और गर्भधारण में परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो आज ही Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre से संपर्क करें। हमारे अनुभवी डॉक्टर आपको सही उपचार और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे, ताकि आप भी मातृत्व का सुख पा सकें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

पुरूषों में शुक्राणु की कमी क्यों होती है?

शुक्राणु की कमी होना मतलब वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होना। इसके लिए आनुवंशिक, धुम्रपान, शराब का सेवन और व्यस्त जीवनशैली जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इसका सही कारण जानने के लिए डॉक्टर परिक्षण के लिए कह सकते हैं।

पुरुष बांझपन के 4 मुख्य कारण क्या है?

नशीली दवाओं का सेवन, शराब, धुम्रपान, तनाव, मोटापा इत्यादि पुरुष बांझपन के मुख्य कारण है। कई मामलों में सिर्फ जीवनशैली में बदलाव कर इसे ठीक किया जा सकता है।

सामान्य शुक्राणुओं की संख्या कितनी होती है?

प्रति मिलीलीटर शुक्राणुओं की संख्या 15 मिलियन से 100 मिलियन तक होती है। शुक्राणुओं की संख्या अगर 10 मिलियन से कम हो तो उसे खराब माना जाता है।

पुरुष बांझपन को कैसे दूर करें?

कुछ मामलों में दवाएं या फिर जीवनशैली में बदलाव कर इसे दूर किया जा सकता है। इसके अलावा पुरुष बांझपन होने पर भी गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ या फिर आईसीएसई प्रकिया की जा सकती है। जिसके लिए डॉक्टर से परामर्श करें।

पुरूषों में फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

आहार में एंटीऑक्सीडेंट, हरि सब्जियां, विटामिन सी शामेल करें, अपनी दिनचर्या में कसरत को शामिल करें। तनाव से दूर रहें। धूम्रपान और शराब का सेवन बंद कर दें।

घर पर ही पुरुष प्रजनन क्षमता की जांच कैसे करें?

स्वस्थ वीर्य आमतौर पर गाढ़ा और सफेद-भूरे रंग का होता है। अंडकोष का आकार अगर बड़ा हो तो यह ज्यादा शुक्राणु उत्पन्न कर सकता है। जो बेहतर प्रजनन क्षमता का संकेत है।

पुरुष फर्टिलिटी टेस्ट की तैयारी कैसे करें?

पुरुष फर्टिलिटी टेस्ट के लिए टेस्ट से 2-3 दिन पहले ऐसी कोई गतिविधि न करें जिससे स्खलन हो। हालांकि, यह समय 5 दिनों से अधिक नहीं होना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर के सुझाव का पालन करें।

पुरुष प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

शतावरी, अश्वगंधा, त्रिफला, शिलाजीत, मुसली मुसली, शहद जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए। यह चीजें पुरुष की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।

Dr. Rashmi Prasad

Dr. Rashmi Prasad is a renowned Gynaecologist and IVF doctor in Patna. She is working as an Associate Director (Infertility and Gynaecology) at the Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre, Patna. Dr. Rashmi Prasad has more than 20 years of experience in the fields of obstetrics, gynaecology, infertility, and IVF treatment.