
गर्भावस्था के समय महिला के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते रहते है, और इस दौरान सही खान-पान पर ध्यान देना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि यह माँ और बच्चे दोनों की सेहत को सीधा प्रभावित करता है। गर्भावस्था डाइट चार्ट (Pregnancy Diet Chart in Hindi) का सही पालन न करने से 80% महिलाओं में आयरन की कमी होती है
गर्भावस्था के दौरान खान-पान को लेकर भी कई तरह की गलतफहमियां लोगो के बिच फैली हुई हैं। लेकिन अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि दिव्य वात्सल्य ममता IVF के इस Pregnancy Diet in Hindi ब्लॉग में हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इस बारे में बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं। हमारे इस ब्लॉग में आप जो भी पढेंगी ये सब डॉ रश्मि प्रसाद के टीम के सुझाव के आधार पर लिखा गया है।
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प्रेगनेंसी डाइट चार्ट क्या है? (Pregnancy Diet Chart in Hindi)
प्रेगनेंसी की शुरुआत लक्षण से लेकर बच्चे के जन्म तक, डॉक्टर आपको Diet Chart During Pregnancy का पालन करने को कहते है, और साथ ही साथ अपने दैनिक खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने को कहते हैं।
क्या आप ये सोच रहे हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए? आज हम आपको अपने स्पेशलिस्ट की तरफ से आपके प्रेगनेंसी के दौरान सुबह का नाश्ता + दोपहर का खाना + इविनिंग स्नैक्स + रात का खाना डाइट प्लान के संबंध में डिटेल्स में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपने पूरे दिन के खान पान को अच्छे से डिजाइन कर सकती हैं।
1. सुबह का नाश्ता (7:00–9:00 AM)
सुबह के समय नाश्ता करना आपके लिए काफी जरूरी है इसलिए आप सुबह हेल्दी नाश्ता करें। आइये जानते और क्या क्या सुबह के समय नाश्ता में लेना चाहिए..
- दलिया और दूध
- ताजे फल (केला, सेब)
- मूँग दाल का चीला
- एग ऑमलेट
- एक कटोरी दही के साथ भरवां परांठे
- पालक पनीर के साथ रोटी
2. दोपहर का खाना (12:30–2:00 PM)
प्रेगनेंसी में आपको दोपहर के समय संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए और इसमें दही, छाछ और सुप को भी जरुर शामिल करना चाहिए। और भी चेज दोपहर के समय आप ले सकते है जैसे की…
- मिश्रित दाल और चपाती
- लौकी, तोरी या टिंडे जैसी हल्की सब्जियाँ
- रागी या बाजरे की रोटी
- छोले या राजमा
- हरे धनिया की चटनी और पापड़
3. शाम का नाश्ता (4:00–5:00 PM)
प्रेगनेंसी में शाम के समय नाश्ता के रूप में आप ड्राई फ्रूट्स, ज्यूस, हलवा, चना, ओट्स आदि को भी आप शामिल कर सकते है। एवं आप ये सब भी अपने शाम के स्नैक्स के रूप ले सकते है जैसे की..
- उबले अंडे या एग सैंडविच
- मूँग स्प्राउट्स चाट
- नारियल पानी और सूखे मेवे
- पनीर टिक्का या ग्रिल्ड पनीर सैंडविच
- वेजिटेबल सूप
4. रात का खाना (7:00–8:30 PM)
प्रेगनेंसी में आपको रात के समय हल्का भोजन करना चाहिए ताकि उसे पचाने में कोई दिक्कत न हो।
- वेज पुलाव या दाल-खिचड़ी
- पनीर या टोफू की सब्जी
- तंदूरी रोटी और मिक्स वेज
- हल्का सलाद और रायता
- गाजर का हलवा या सेब का खीर
हम अपने इस खास ब्लॉग में प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए (Pregnancy Diet Chart in Hindi) इस बारे में बहुत ही विस्तार से इस ब्लॉग में हमने बताया है, अधिक जानकारी के लिए पूरा ब्लॉग पढ़े
गर्भावस्था में संतुलित आहार का महत्व (Balanced Diet During Pregnancy)
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, गर्भावस्था में प्रोटीन की दैनिक आवश्यकता 78g होती है। गर्भावस्था के दौरान सही आहार लेना काफी अधिक जरूरी है, क्योंकि यह ना केवल माँ के स्वास्थ्य के लिए जरुरी होता है, बल्कि माँ के गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए भी अत्यधिक आवश्यक होता है। प्रेगनेंसी में हर महिला को संतुलित आहार (balanced diet) लेना काफी जरूरी है,

- गर्भावस्था के दौरान शारीर में ऊर्जा को बनाए रखने के लिए आहार लेना काफी जरूरी होता है
- स्वस्थ आहार स्ट्रेस को भी कम करने में मदद करता है
- संतुलित आहार लेने से गर्भपात होने की जोखिम कम हो जाता है
- स्वस्थ भोजन इम्यूनिटी को काफी बढ़ावा देता है
इसलिए, महिला को प्रेगनेंसी के दौरान संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना उन्हें काफी जरूरी होता है।
प्रेगनेंसी में क्या खाएं? (Pregnancy Me Kya Khaye)
गर्भवती होने के बाद हर महिला अपनी डाइट में स्वस्थ और पौष्टिक चीजें शामिल करना चाहती है ताकि वह स्वस्थ रहें और उनका शिशु तंदुरुस्त और मजबूत पैदा हो। आइए जानते हैं कि प्रेगनेंसी में क्या खाएं (Pregnancy Me Kya Khaye) और कौन-कौन से आहार आपके और आपके बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी में खाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व
1. हरी पत्तेदार सब्जियां
इसलिए आपको अपने Diet for Pregnancy in Hindi खान पान में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे की पालक, ब्रोकोली, मेथी जैसी सब्जियां आयरन में फोलिक एसिड और फाइबर की मात्रा भरपूर होती है , इसलिए आपको इसको लेना चाहिए।
2. फल और उनका रस
फल सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद होते हैं, और गर्भवती महिलाओं के लिए तो इनका महत्व और भी बढ़ जाता है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि दिन में एक सेब, दो केले और अन्य ताजे फल जरूर खाने चाहिए। संतरा, सेब, केला जैसे फल में विटामिन एवं मिनरल्स और फाइबर होते हैं, जो आपको प्रेगनेंसी में काफी अहम भूमिका निभाता है।
3. अनाज
साबुत अनाज को खासकर अपनी डाइट में शामिल करे , क्योंकि ये आपके गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में बहुत बड़ा योगदान देते हैं।
4. प्रोटीन युक्त
अंडे एवं मछली प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो आपको एवं आपके बच्चे के विकास के लिए भी काफी आवश्यक हैं।
5. डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, छाछ और घी कैल्शियम और विटामिन जैसे विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए आपको Diet Chart for Pregnancy in Hindi में अपने डाइट में आप भी सभी डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करे ।
प्रेगनेंसी के हर महीने के लिए डाइट प्लान (Indian Pregnancy Diet Chart Month by Month)
प्रेगनेंसी के दौरान सही आहार लेना बहुत जरूरी है। यह आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालता है। एक सामान्य महिला को रोजाना 1800 कैलोरी की जरूरत होती है, जबकि एक गर्भवती महिला को रोजाना 2200 कैलोरी की आवश्यकता होती है।
Pregnancy Diet Chart Month by Month में हर महीने गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए आवश्यक आहार के बारे में जानकारी दी गई है। 🌿 इस डाइट चार्ट को PDF में डाउनलोड करें! 🌿 और 1 से 9 महीने तक का पूरा आहार प्लान एक क्लिक में पाएं। अभी डाउनलोड करें
महीना | पोषण फोकस | खाने योग्य आहार | बचने योग्य आहार |
---|---|---|---|
पहला महीना | फॉलिक एसिड, विटामिन B6 | पालक, दाल, दूध, केला, सीजनल फल (सेब, संतरा) | कच्चा पपीता, अनानास, अधपका अंडा |
दूसरा महीना | प्रोटीन, कैल्शियम | मछली (सैल्मन), पनीर, दही, हरी सब्जियाँ | उच्च मर्क्युरी वाली मछली (शार्क, टूना) |
तीसरा महीना | आयरन, एंटीऑक्सीडेंट | ब्रोकली, अंडे, पत्तेदार सब्जियाँ, संतरा, सीजनल फल | कैफीन, तला-भुना भोजन |
चौथा महीना | फाइबर, पाचन स्वास्थ्य | ओट्स, केला, तरबूज, अमरूद, कीवी, फ्रूट सलाद, छाछ | मसालेदार भोजन, जंक फूड |
पांचवा महीना | प्रोटीन, कैल्शियम | दलिया, सूजी की खीर, हरी सब्जियाँ, रोटी, दाल | कच्चा या अधपका मांस |
छठा महीना | ओमेगा-3, कार्बोहाइड्रेट | बीन्स, अंडे, टोफू, सालमन मछली, चावल, आलू | प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक नमक |
सातवां महीना | आयरन, विटामिन-सी | अखरोट, अलसी, पालक, खोआ, लाल मांस (पका हुआ), सोयाबीन | कच्चा समुद्री भोजन, कच्ची अंकुरित दालें |
आठवां महीना | विटामिन B12, हाइड्रेशन | दही, फ्रूट सलाद, हरी सब्जियाँ, नारियल पानी, भीगे हुए बादाम | तेल-मसाले वाला भोजन, सोडा |
नौवां महीना | आयरन, विटामिन-सी | नारियल पानी, हल्दी वाला दूध, लहसुन, अदरक, विटामिन-सी युक्त फल (आँवला, संनौवां महीना तरा) | पैकेज्ड जूस, अधिक मिठाई |
प्रेग्नेंट महिला की सही जीवनशैली (Healthy Lifestyle for Pregnant Women)
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की खास जरूरत होती है। अच्छी आदतें आपके बच्चे की वृद्धि और विकास पर लंबे समय तक सकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
- व्यायाम : प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर से परामर्श करके हल्का फुल्का व्यायाम जरूरी करें।
- तनाव से बचाव : तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन जरुर करें और साथ ही साथ पर्याप्त नींद जरुर लें।
- संतुलित आहार : प्रेगनेंसी में खान- पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए, थोड़े थोड़े अंतराल में कुछ खाते रहना चाहिए
- दवाइयों का सेवन : गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयों का समय पर सेवन करें।
- यात्रा से बचाव : गर्भावस्था के दौरान लंबी यात्रा करने से बचें, अगर यात्रा करना जरूरी हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।
प्रेगनेंसी में सही समय पर भोजन करने का महत्व
प्रेगनेंसी के दौरान सही समय पर भोजन करना बहुत जरूरी है। यह न केवल माँ के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है।
- ऊर्जा का स्तर बनाए रखना
- भोजन का पाचन
- मूड को सुधारना
- वजन का सही नियंत्रण
प्रेगनेंसी डाइट के लिए सुझाव
- कोशिश करें कि आप दिन में तीन टाइम मुख्य भोजन करे और कम से कम दो से तीन बार स्नैक्स जरुर करे ।
- फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज का भी जरुर सेवन करें।
- पानी पीना बिलकुल भी न भूलें, इससे हाइड्रेशन में भी अच्छा रहता है।
गर्भावस्था में किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए? (What to Avoid Eating in Pregnancy in Hindi)
1. कैफीन
कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है, जो आपके ब्लड प्रेशर और हृदय गति को बढ़ाता है, इसलिए कैफीन ज्यादा मात्रा में लेने से गर्भावस्था पर बुरा असर पर सकता है।
2. कच्चे या अधपके अंडे और मांस
कच्चे या अधपके अंडे और मांस में सैल्मोनेला बैक्टीरिया हो सकता है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है। इसलिए कच्चा या आधा पका अंडे न खाएं, ऐसा करने से इंफेक्शन होने का ख़तरा रहता है।
3. पपीता और अनानास
इन फलों में ऐसे तत्व होते हैं जो गर्भाशय को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। इसलिए गनेंसी में आपको पपीता, कटहल और अनानास का सेवन करने से बचना चाहिए
4. अत्यधिक मसालेदार और तला-भुना भोजन
मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ पाचन संबंधी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी और अपच को बढ़ा सकते हैं। इसलिए तली हुई और मसालेदार चीज़ों का भी आपको सेवन कम करना चाहिए
5. प्राकृतिक और प्रोसेस्ड फूड
प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड में नमक और वसा की मात्रा ज्यादा होती है, जो गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर और वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान आपको पैकेज्ड फूड से भी दुरी बनाये रखना चाहिए
Pregnancy Diet Chart in Hindi अगर आपको प्रेगनेंसी में किसी भी तरह के फल का सेवन करने के साथ ही साथ गर्भावस्था में प्रेगनेंसी में किन आहार से बचना चाहिए को लेकर कोई कन्फ्यूजन है तो उसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से राय जरूर लें और फिर उसका सेवन या उससे परहेज करें।
प्रेगनेंसी में महिलाओं के लिए डाइट चार्ट संबंधी सुझाव (Pregnancy Diet Chart in Hindi)
- डायाबिटीस से बचने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मिठाई और शुगर के सेवन से आप बचें।
- हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, ताजे फलों का जूस पिएं।
- विटामिन, मिनरल, फाइबर, मिनरल से भरपूर आहार का सेवन करें।
प्रेगनेंसी में शिशु के विकास के लिए Pregnancy Diet Chart अपने डाइट चार्ट में सभी पोषण युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। इसके लिए आपको अनुभवी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । डॉ आपके BMI के मुताबिक आपका डायट प्लान बनायेंगे जो सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि शिशु को भी सभी पोषक तत्वों देने में मदद करेगा। अगर आप भी ऐसा हीं प्रेगनेंसी डायट प्लान चाहते है तो दिव्या वात्सल्य ममता IVF में आज ही डॉ रश्मि प्रसाद से संपर्क करे जो आपके लिए सही डाइट प्लान बनाने में मदद करेंगे।
निष्कर्ष
प्रेगनेंसी के दौरान मां के साथ साथ शिशु के विकास के लिए पोषण युक्त आहार बहुत ही जरूरी होता है। खान पान ऐसा होना चाहिए जो शिशु के विकास में भी सहायक हो। इसके लिए प्रेगनेंसी के दौरान डायट चार्ट (Pregnancy Diet Chart in Hindi) तैयार करना और उसे फॉलो करना भी जरूरी है। प्रेगनेंसी के दौरान आपको खान-पान की अच्छी आदतें आपके बच्चे की वृद्धि और विकास पर लंबे समय तक सकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रेगनेंसी में भोजन कितनी बार करना उचित होता है?
प्रेगनेंसी में 3 से 4 घंटे के अंतराल में पोषक तत्वों से भरपूर भोजन आपको लेना चाहिए। भोजन ऐसा होना चाहिए जो आसानी से पच सके। प्रेगनेंसी के दौरान 10 से 12 किलो वजन बढ़ना आम बात है इसलिए खाने पीने में आपको संकोच नही करना चाहिए ।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान मुझे सप्लीमेंट्स लेने चाहिए?
जी, हां आपको प्रेगनेंसी के दौरान आपको कुछ सप्लीमेंट जरूरी पर सकता है, लेकिन बिना डॉक्टर से परामर्श किये आपको कोई भी प्लीमेंट का सेवन नही करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में सुबह उठकर क्या खाना चाहिए
प्रेगनेंसी में आपको मॉर्निंग टाइम पे मॉर्निंग सिकनेस होना आम बात है इसलिए सुबह उठकर आपको एक गिलास गाय के दूध का सेवन करना चाहिए जिस से आपको मॉर्निंग सिकनेस में राहत मिलती है।
प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में क्या नहीं खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी में पपीता, कटहल, ओयली और मसालेदार भोजन से से दूर रहना चाहिए। साथ ही पैकेज्ड फूड से भी आप दूर रहें।
प्रेगनेंसी में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी में आपको आसानी से पच सके वैसे हीं आहार का सेवन करना चाहिए । एक हीं बार में ज्यादा खाने की जगह थोडे थोडे अंतराल में आपको खाना चाहिए । डायबिटीज़ के जोखिम से बचने के लिए मिठाई और शुगर का ज्यादा सेवन करने से आप बचें।
प्रेगनेंसी में मुझे कितनी कैलोरी लेनी चाहिए?
एक सामान्य महिला को रोजाना 1800 कैलोरी की जरूरत होती है, जबकि गर्भवती महिलाओं को लगभग 2200 कैलोरी लेनी चाहिए।
क्या प्रेगनेंसी में मछली खाना ठीक है?
हाँ, लेकिन हफ्ते में 2 बार से ज्यादा नहीं। सैल्मन और रोहू मछली सुरक्षित हैं, पर शार्क और टूना न खाएं।
क्या मुझे प्रेगनेंसी में जंक फूड से बचना चाहिए?
हाँ, जंक फूड से बचना चाहिए क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। इसकी जगह पौष्टिक आहार लेना चाहिए।
1 to 3 month Pregnancy Diet Chart in Hindi
गर्भावस्था के पहले तीन महीने बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में शरीर को कई जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जैसे फॉलिक एसिड, आयरन, प्रोटीन, और कैल्शियम।
Pregnancy Diet Chart Month by Month Pdf
गर्भावस्था के दौरान सही आहार आपकी और आपके शिशु की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। एक संतुलित भोजन चार्ट शिशु के सही विकास और आपको स्वस्थ रखने में काफी मदद कर सकता है। इसलिए Pregnancy Diet Chart का PDF बना ले जो आपको संपूर्ण डाइट योजना प्रदान करेगा, जिसमें पोषक तत्वों से भरपूर व्यंजनों की सूची भी होगी।
प्रेगनेंसी में सुबह खाली पेट कौन सा फल खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी में आपको सुबह खाली पेट केला, सेब, अनार, या संतरा खाना काफी फायदेमंद होता है। ये फल शरीर को ऊर्जा और पोषण देते हैं और पाचन को भी बेहतर बनाते हैं।