Female Infertility

Ovulation Pain in Hindi: ओवुलेशन पेन क्या है? लक्षण और उपचार

ओवुलेशन (Ovulation) महिला के मासिक चक्र का हीं एक हिस्सा होता है। ओवुलेशन के वक्त ओवरी में से एग रिलीज होता है, जो फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय में जाता है। ओवुलेशन पीरियड्स के दो सप्ताह पहले होता है। ओवुलेशन के दौरान 40% महिलाओं को पेन होता है। यह पेन पेट के किसी भी एक तरफ महसूस होता है। कुछ महिलाओं में ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain in Hindi) मिनटों तक हीं महसूस होता है और कुछ महिलाओं को 2 दिन तक पेन हो सकता है।

लेकिन अगर (Ovulation Pain) यह दर्द असहनीय हो जाता है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

ओवुलेशन पेन क्या है ? (What is Ovulation Pain in Hindi)

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ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain) महिलाओं में उस समय होता है जब अंडाशय (ओवरी) से अंडाणु (एग) निकलता है। आमतौर पर यह दर्द मासिक धर्म चक्र के बीच में महसूस होता है, यानी मासिक धर्म के 14वें दिन के आसपास।

यह काफी आम पेन होता है। हालांकि ज्यादा दर्द होने पर एंडोमेट्रिओसिस सहित स्त्री रोग के लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर जांच करने के लिए कह सकते हैं।

आप हमारे (Ovulation Pain in Hindi) ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप अछे तरीके से समझ जायेंगे की ओवुलेशन पेन क्या है? लक्षण और उपचार इस बारे में बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं।

ओवुलेशन पेन कब होता है? (When Does Ovulation Pain Occur)

महिलाओं में ओवुलेशन पेन होना सामान्य प्रक्रिया है , ओवुलेशन पेन मासिक धर्म चक्र के बिच में होता है, जब महिला के अंडाशय (ओवरी) से अंडाणु (एग) निकलता है। आमतौर पर यह दर्द मासिक चक्र के 14वें दिन के आसपास महसूस होता है, विशेषकर उन महिलाओं में जिनका चक्र 28 दिनों का होता है। हालांकि, यह समय चक्र की थोड़ा आगे-पीछे भी हो सकता है।

ओवुलेशन पेन को कैसे पहचानें? (How to Identify Ovulation Pain in Hindi)

ओवुलेशन पेन को पहचानने के लिए आपको अपने शरीर के संकेतों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। कुछ खास संकेत और लक्षण हैं, जिनसे आप यह समझ सकती हैं कि यह दर्द वास्तव में ओवुलेशन पेन का है।

1. दर्द का स्थान और प्रकार : ओवुलेशन पेन आमतौर पर पेट के एक ही हिस्से में दर्द होता है, बाईं या दाईं एवं दर्द की तीव्रता हल्की से तेज हो सकती है।

2. दर्द की अवधि : ओवुलेशन पेन कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक होते रह सकता है।

3. मासिक चक्र के बीच में दर्द : यह दर्द मासिक चक्र के मध्य में होता है, यानी 10वें से 16वें दिन के बीच, खासकर उन महिलाओं में जिनका चक्र 28 दिनों का होता है।

ओवुलेशन पेन के प्रमुख कारण (Causes of Ovulation Pain in Hindi)

ओवुलेशन पेन महिलाओं के मासिक चक्र का एक सामान्य हिस्सा है। यह दर्द मासिक धर्म चक्र के मध्य में होता है, जब अंडाशय से अंडाणु निकलता है। आइए, जानें ओवुलेशन पेन के प्रमुख कारण।

• ओवुलेशन के दौरान ओवरी से अंडा रिलीज होता है और वह फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय में जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को दर्द का सामना करना पड़ सकता है।

• फैलोपियन ट्यूब एग को गर्भाशय तक पहुंचाने के लिए संकुचन करती है। जो दर्द का कारण बनता है।

• इतना ही नहीं ओवरी में चिकनी मांसपेशियों में और उसके आसपास बढ़ते स्तर में भी संकुचन होने लगता है।

• पीरियड्स की शुरुआत में बहुत से फॉलिकल्स होने लगते हैं, जिसमें से एक प्रभावी बन जाता है। ओवरी के दोनों किनारों पर फॉलिकल्स परिपक्व हो जाते हैं जिसकी वजह से पेट के दोनों किनारों पर ओवुलेशन पेन का अनुभव होता है।

ओवुलेशन पेन के लक्षण (Symptoms of Ovulation Pain in Hindi)

ओवुलेशन पेन का लक्षण हर महिला में अलग अलग हो सकते हैं, आइए, जानते हैं ओवुलेशन पेन के कुछ प्रमुख लक्षण।

• महिलओं में पीरियड्स के 2 सप्ताह पहले ओवुलेशन होता है और इसी प्रक्रिया के दौरान कई महिलाओं को दर्द भी होता है।

• ओवुलेशन पेन पेट के किसी भी एक तरफ आपको महसूस हो सकता है।

• ओवुलेशन पेन में कई महिलाओं को मतली का भी अनुभव हो सकता है।

• ओवुलेशन पेन के साथ साथ कुछ महिलाओं को वेजाइनल ब्लीडिंग, उल्टी आना और पेट में ऐंठन जैसी समस्या भी हो सकती है।

ओवुलेशन पेन की जांच (Diagnosis of Ovulation Pain in Hindi)

ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain) की जांच तब की जाती है, जब दर्द 2 दिन से ज्यादा दिन तक रहे तब इसके लिए अन्य कोई रोग तो जिम्मेदार नहीं यह जानने के लिए इसका जांच की जाती है।

• जांच से पहले मरीज की मेडिकल हिस्ट्री को देखा जाता है।

• इसके बाद पेल्विक परीक्षण, सर्वाइकल कल्चर, ब्लड टेस्ट, पेट और योनि का अल्ट्रासाउंड के जरिए जांच की जाती है।

ओवुलेशन पेन का इलाज (Treatments for Ovulation Pain in Hindi)

कुछ महिलाओं में ओवुलेशन पेन मिनटों में चला जाता है और कुछ महिलाओं में 2-3 दिन तक दर्द रहता है। अगर दर्द ज्यादा बढ़ जाए तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक होता है। इसके अलावा आप इनमे से निम्नलिखित उपचार भी आजमा सकते हैं।

• पेन किलर दवा का भी प्रयोग कर सकते है।

• एंटी-इंफ्लेमेटरी, इबप्रोफेन, इसीटामिनोफेन दवा भी ले सकते हैं, जो दर्द कम करने में मदद करती है।

• अगर महिला गर्भधारण करना चाहती है तो ऐसी दवाएं के सेवन से बचें।

• दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर हार्मोन्स पिल्स या गर्भनिरोधक गोलियां लेने की सलाह दे सकते है। जो ओवुलेशन की प्रक्रिया को रोक देती है।

ओवुलेशन पेन के घरेलू उपचार (Home Remedies for Ovulation Pain in Hindi)

ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain) को बिना दवाई के भी घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है।

• पीरियड्स पेन की तरह आप ओवुलेशन पेन से छूटकारा पाने के लिए पेट के निचले हिस्से में गर्म सिकाई करें।

•  गर्म पानी से स्नान भी करे या गर्म दूध पिएं

• मांसपेशियों में तनाव दूर करने के लिए स्ट्रैचिंग करें।

•  बिस्तर पर थोड़ा आराम करें।

डॉक्टर से कब परामर्श लें?

ओवुलेशन के दौरान 5 में से एक महिला को इस तरह का दर्द होता है। ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain) कुछ महिलाओं में मिनटों में चला जाता है और कुछ महिलाओं को 2 दिन तक दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बुखार, योनि से भारी रक्तस्राव या पेशाब के दौरान दर्द या जलन हो तो यह गंभीर लक्षण है। आप इसके लिए घरेलू उपचार भी कर सकते हैं लेकिन अगर दर्द ज्यादा बढ़ जाएं और असामान्य लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। ज्यादा दर्द अन्य स्त्री रोग के संकेत भी हो सकते हैं।

निष्कर्ष

ओवुलेशन के दौरान महिलाओं के ओवरी से एग रिलीज होता है जो फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय में पहुंचता है। यह प्रक्रिया पीरियड्स के दो सप्ताह पहले होती है। इस दौरान महिलाओं को ओवुलेशन पेन (Ovulation Pain in Hindi) होता है। यह पेन आम बात है लेकिन पेन 2 दिन से ज्यादा चले या फिर असामान्य लक्षण दिखें तो डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

ओव्यूलेशन का दर्द क्यों होता है?

ओवुलेशन के दौरान एग ओवरी की दीवारों से अलग होते हैं और एग रिलीज होते ही फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय में पहुंचते हैं। ऐसे में संकुचन की वजह से दर्द होता है। 5 में से एक महिला को ओवुलेशन पेन महसूस हो सकता है।

कैसे पता चलेगा कि ओवुलेशन हुआ है?

ओवुलेशन पेन के अलावा स्तन संवेदनशील होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द, सेक्स करने की इच्छा, शरीर का तापमान बढ़ना, सिर दर्द, सर्विक्स खुल जाना, योनि में सूजन होना यह ओवुलेशन के आम लक्षण है।

क्या ओव्यूलेशन के दर्द को लेकर चिंता करने की बात है?

ओवुलेशन पेन आमतौर पर हानिरहित होता है लेकिन कभी कभी एंडोमेट्रियोसिस, स्कार टिशु, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन जैसे कई स्त्री संबंधी रोग के लक्षण भी हो सकते हैं। अगर दर्द ज्यादा दिन तक रहे और असामान्य वैजाइनल ब्लीडिंग हो तो यह चिंता का विषय है।

ओवुलेशन पेन का इलाज क्या है ?

ओवुलेशन पेन से छूटकारा पाने के लिए आप गर्म पानी से पेट के निचले हिस्से में सिकाई कर सकते हैं। गर्म पानी या गर्म दूध पिएं। पेन किलर दवाई भी दर्द कम करने में मदद करती है। किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरुर करें।

ओवुलेशन कितने घंटे तक रहता है?

ओवुलेशन का समय हर महिलाओं में अलग अलग हो सकता है। आमतौर पर यह 12 से 24 के बीच का होता है।

पीरियड्स के कितने दिन बाद ओवुलेशन होता है?

हर महिला में यह प्रक्रिया अलग अलग होती है। आमतौर पर ओवुलेशन पीरियड्स के 15वे दिन होता है। 20 से 35 साल की उम्र में पीरियड्स साइकिल 28 से 32 दिनों की होती है, ऐसे में ओवुलेशन पीरियड्स के 10 से 19 दिनों के बीच होता है।

ओवुलेशन के बाद पेट में दर्द क्यों होता है

ओवुलेशन के बाद पेट में दर्द, जिसे मिटेलशमेरज़ भी कहा जाता है, एक सामान्य घटना है जो कुछ महिलाओं को अनुभव होती है। यह दर्द तब होता है जब अंडाशय से अंडा निकलता है और फॉलोपियन ट्यूब में प्रवेश करता है। यह दर्द तेज या हल्का हो सकता है और कुछ मिनटों से लेकर 48 घंटों तक चल सकता है।

ओवुलेशन में कमर दर्द

ओवुलेशन के दौरान कमर दर्द होना पेट दर्द करने का ही एक हिस्सा हो सकता है। यह दर्द रीढ़ की हड्डी के पास स्थित नसों में जलन के कारण हो सकता है।

ओवुलेशन कितने दिन तक रहता है

ओवुलेशन आमतौर पर 24-48 घंटों तक रहता है।

ओवुलेशन के कितने दिन बाद इम्प्लांटेशन होता है

इम्प्लांटेशन आमतौर पर ओवुलेशन के 6-12 दिनों बाद होता है।

क्या ओवुलेशन पेन प्रेग्नेंसी का संकेत है?

नहीं, ओवुलेशन पेन प्रेग्नेंसी का संकेत नहीं है। यह अंडाणु के निकलने के समय होने वाला सामान्य दर्द है। प्रेग्नेंसी के लक्षण अलग होते हैं।

Dr. Rashmi Prasad

Dr. Rashmi Prasad is a renowned Gynaecologist and IVF doctor in Patna. She is working as an Associate Director (Infertility and Gynaecology) at the Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre, Patna. Dr. Rashmi Prasad has more than 20 years of experience in the fields of obstetrics, gynaecology, infertility, and IVF treatment.

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